रविवार, 25 अप्रैल 2010

देखा है कभी ऐसा भी, इसको वरदान कहेंगे या अभिशाप



इसको क्या कहोगे भगवान् ने इसको इतने बड़े सींग (horn ) दिए हैं कि ये बेचारा अपना काम करे या इन्हें खींचे.  
एक बात तो तय हैं कि इससे पंगा लेने कि हिम्मत तो कोई बिरला ही करेगा .
मुझे ये नेट पे मिला तो मैंने सोचा कि आप लोगो से भी शेयर करलू.
वैसे हैं ना ये कुदरत का एक नायब नमूना 
तो आप भी देखिये इसको.






8 टिप्‍पणियां:

  1. आप हिंदी में लिखते हैं। अच्छा लगता है। मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं..........हिंदी ब्लॉग जगत में आपका स्वागत हैं.....बधाई स्वीकार करें.....हमारे ब्लॉग पर आकर अपने विचार प्रस्तुत करें.....|

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  2. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और बधाई
    कृपया अन्य ब्लॉगों को भी पढें और अपनी बहुमूल्य टिप्पणियां देनें का कष्ट करें

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  3. Kya kamal hai qudrat ka! Jab kabhi sadkon pe chalti hun to lagta hai kaash,aise na sahi,bhains ke jaise mere bhi seengh hote...!

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