अजब तोरी दुनिया हैं मोरे रामा - 2
कदम कदम देखि भूल भूलैया
गजब तोरी दुनिया हैं मोरे रामा - 2
कोई कहे जग झूठा सपना पानी कि बुल्बुलिया -2
हर किताब में अलग अलग हैं इस दुनिया का हुलिया
सच मानो या झूठी मानो
बेढब तोरी दुनिया ओ राम -2
परबत काटे सागर पाटे महल बनाये हमने
पत्थर पे बगिया लहराई फूल खिलाये हमने
होके हमारी हुई ना हमारी
अलग हैं तोरी दुनिया हो रामा - 2
दया धरम सब कुछ बिकता हैं लोग लगाये बोली
मुश्किल हैं हम जैसो कि खाली हैं जिनकी झोली
जब तेरे बन्दों कि जान बिके ना
हैं तब तोरी दुनिया हो रामा - 2
अजब तोरी दुनिया हैं मोरे रामा - 2
कदम कदम देखि भूल भूलैया
गजब तोरी दुनिया हैं मोरे रामा - 2
इस गीत का विडियो देखने के लिये नीचे दिए लिंक पर क्लिक करे
http://www.youtube.com/watch?v=QAzsjHuKzNQ
sunne ka ya u tube par dekhne ka link bhi de dete to uttam hota....
जवाब देंहटाएंok kunwar ji i will do the same from next time
जवाब देंहटाएंok
kunwar ji meine is geet ka link daal diya hain aur aage bhi link dalta rahunga
जवाब देंहटाएंthanks for the sugestion
बहुक सुन्दर प्रस्तुती
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